जब हम कहीं जाने के लिए तैयार होते हैं तो गंतव्य के बारे में पूरी जानकारी प्राप्त कर लेते हैं। वहाँ के मौसम के बारे में जानकारी इकट्ठा करते हैं। अगर हम किसी पर्वतीय शहर या पर्यटन स्थल पर जाना चाहते हैं तो सबसे पहले हम वहाँ के मौसम की जानकारी इकट्ठा करते हैं। उसी के अनुसार हम अपनी तैयारी करते हैं। वहाँ का मिनिमम और मैक्सिमम टेम्परेचर, ह्यूमिडिटी, हवाओं की गति और उस जगह पर कोई लोकल बीमारी तो नहीं है इत्यादि की जानकारी रखना जरुरी हो जाता है।
मौसम विभाग का एक्यूवेदर वेबसाइट आपको सबसे सटीक जानकारी देता है। यह आपको अगले 1-2 दिन का मौसम का हाल बता देता है। इसलिए आपको कहीं की यात्रा करने से पहले वहाँ के मौसम की पूरी जानकारी रखनी चाहिए। नहीं तो कहीं ऐसा न हो कि आपकी स्थिति “आए थे हरिभजन को ओटन लगे कपास” के जैसी न हो जाए।
यात्रा करने से पहले वहाँ के मौसम का पूर्वानुमान
एक्कू वेदर एपिसोड के जरिए आप अपने गंतव्य के बारे में अगले 10 दिन का मौसम जान सकते हैं यह चैनल उस स्थान पर अगले दस दिन का अधिकतम और न्यूनतम तापमान, वायु में नमी या आर्द्रता, दिन और रात के समय आसमान की स्थिति, हवाओं का वेग, सूर्योदय और सूर्यास्त का समय, बादलों व वर्षा की जानकारी इत्यादि के पूर्वानुमान बताता है। इससे आप अपनी यात्रा बिना किसी विघ्न बाधा के सुरक्षित और सुखद निपटा सकते हैं। पहाड़ो पर यात्रा करने के लिए यह चैनल आपको वहाँ के मौसम बर्फबारी की संभावना, बर्फीली हवाओं या तूफान या किसी एवलांच आदि के बारे में पहले से सावधान करता है। मौसम के इन पूर्वानुमानों और भविष्यवाणी से आप उसके अनुसार अपनी यात्रा का प्लान बना सकते हैं।
इतना ही नहीं मौसम विज्ञान विभाग आपको एक -एक घंटे के मौसम का भी पूर्वानुमान बताता है।
ऐसे ही हर देश अपने यहाँ मौसम विज्ञान विभाग बनाकर अपने यहाँ आने वाले यात्रियों के लिए एडवाइजरी जारी करता है। एक्कू वेदर, दियातारा, अल यात्रा जैसे तमाम चैनल अपने वेदर फोरकास्ट में अलग-अलग लोकेशन्स के राडार मैप भी दिखाते हैं।
राजस्थान का दियातारा चैनल मौसम दैनिक पूर्वानुमान और प्रति घंटे के मौसम के अनुमान में हवा की शुद्धता, गति प्रदूषण के स्तर की भी सूचना देता है। वह आपको सचेत करता है कि आपके गंतव्य पर हवा में प्रदूषण का स्तर बढ़ गया है इसलिए अगर आप सांस के मरीज हैं तो आप अपनी यात्रा स्थगित कर दें या खुले में बाहर कम से कम निकलें।
यात्रा करने के लिए अनुकूल मौसम की जानकारी
मौसम विज्ञान विभाग अपने तमाम केन्द्रों से वहाँ के आसपास के इलाकों का मौसम की जानकारी अपने चैनलों के माध्यम से आप तक पहुँचाता रहता है। इसलिए आप अगर देश के किसी पर्यटन स्थल, धार्मिक स्थान, ऐतिहासिक या भौगोलिक महत्व के क्षेत्र, नेशनल पार्क, पक्षी विहार या अभ्यारण्य जैसी किसी लोकेशन पर जाना चाहते हैं तो मौसम विज्ञान विभाग इस यात्रा के लिए आपकी मदद करता है। वैसे तो भारत में किसी भी लोकेशन पर घूमने के लिए सबसे अच्छा मौसम जनवरी के अंत से लेकर मार्च या कहीं – कहीं अप्रैल तक रहता है। इस समयावधि में भारत में बसंत ऋतु और कम गर्मी का मौसम रहता है। इसके बाद जून से लेकर सितम्बर महीने तक मानसून का मौसम रहता है जो यात्रा की दृष्टि से सुरक्षित नहीं होता है। वैसे तो भारत में घूमने के लिए साल भर बेहतर लोकेशन्स उपलब्ध रहती हैं। फिर भी मौसम विज्ञान विभाग ने देश भर में फैले अपने मौसम विज्ञान केन्द्रों के माध्यम से अलग-अलग लोकेशन्स पर वहाँ के मौसम की जानकारी देता रहता है। आप अपनी मनपसंद जगह पर घूमने जाने से पहले उस लोकेशन के बारे में मौसम विज्ञान विभाग के ऐप्स या वेबसाइट पर विजिट करके जानकारी प्राप्त कर यात्रा कर सकते हैं।
भारत में घूमने के लिए सबसे ज्यादा लोग कब यात्रा करते हैं
भारत में देखा जाता है कि मई -जून के महीने में लोग सबसे ज्यादा यात्रा करते हैं। इसके अलावा पर्वतीय क्षेत्रों में बर्फबारी का आनंद लेने के लिए लोग दिसंबर जनवरी में हिमालय के राज्यों जैसे हिमाचल, कश्मीर, लद्दाख, उत्तराखंड के बर्फीले स्थानों पर जाते हैं।
सामान्य तौर पर मई जून के महीने में कई धार्मिक यात्राओंका भी आयोजन होता है। विद्यार्थियों की छुट्टियाँ हो जाती हैं तो वह अपने पैरेन्ट्स या दोस्तों के साथ घूमने जाते हैं। इन दिनों एनसीसी, स्काउट्स और एनएसएस के कैम्प भी आयोजित किये जाते हैं। फिर भी मौसम की जानकारी रखना जरुरी हो जाता है। कभी-कभी अचानक से मौसम खराब हो जाता है। तो अगर आप मौसम विज्ञान विभाग की परामर्श और चेतावनी से अवगत हैं तो आप किसी संभावित खतरे से बच सकते हैं। ऐसे में बहुत बहादुरी दिखाने की कोशिश न करें। क्योंकि यह आपके जान जोखिम में डाल सकता है।
निष्कर्ष
मौसम विज्ञान विभाग देश के लगभग सभी हिस्सों की लैटेस्ट मौसम की जानकारी देता है। समय समय पर वह किसी आपदा आने की भविष्यवाणी भी करता है।
जब आप किसी यात्रा पर जाना चाहते हैं चाहे वह यात्रा छोटी हो या बड़ी आपको यह सलाह है कि अपनी यात्रा शुरू करने से पहले वहाँ के मौसम की जानकारी अवश्य कर लें।