दक्षिणी भारत का मौसम उत्तरी भारत के मौसम से भिन्न रहता है। भारत के दक्षिणी भाग में कर्नाटक, केरल, तमिलनाडु, आन्ध्र प्रदेश और तेलंगाना पाँच राज्य आते हैं। भारत का दक्षिण भाग पश्चिम में अरब सागर, दक्षिण में हिन्द महासागर और पूर्व में बंगाल की खाड़ी से घिरा हुआ है।
भारत के मौसम विज्ञान विभाग ने चेन्नई और हैदराबाद में अपने क्षेत्रीय मौसम विज्ञान केन्द्र बनाये हैं। इनका चीफ डिप्टी डायरेक्टर जनरल रैंक का अधिकारी होता है। बाकी सभी राज्यों की राजधानियों में मौसम विज्ञान केंद्र बनाये गये हैं।
कर्नाटक के मौसम की जानकारी
कर्नाटक के पश्चिम में अरब सागर, उत्तर पश्चिम में गोआ, उत्तर में महाराष्ट्र, पूर्व में आंध्र प्रदेश, दक्षिण-पूर्व में तमिलनाडु एवं दक्षिण में केरल राज्य की सीमाएं मिलती हैं।
इस राज्य में तीन प्रमुख मंडल तटीय क्षेत्र करावली, पहाड़ी क्षेत्र मालेनाडु जिसमें पश्चिमी घाट आते हैं, तथा तीसरा बयालुसीमी क्षेत्र जहां दक्खिन पठार का क्षेत्र है। कर्नाटक का ज्यादातर हिस्सा बयालुसीमी क्षेत्र में आता है और इसका उत्तरी क्षेत्र सबसे सूखा क्षेत्र है। राज्य में सबसे ऊंचा स्थान चिकमंगलूर में मुलयान गिरि पर्वत है। कर्नाटक की नदियों में कावेरी, तुंगभद्रा, कृष्णा, मलयप्रभा और शरावती नदी हैं।
कृषि मौसम विज्ञान ने कृषि हेतु यहां की मिट्टी की छः कैटिगरी बनाई हैं जो लाल, लैटेरिटिक, काली, ऍल्युवियो-कोल्युविलय एवं तटीय रेतीली मिट्टी हैं। इस राज्य में चार प्रमुख मौसम होते हैं। जनवरी और फ़रवरी में सर्दियों का मौसम रहता है। उसके बाद मार्च से मई तक गर्मी का मौसम रहता है। गर्मी के बाद जून से सितंबर तक मॉनसून या बरसात का मौसम और अंत में अक्टूबर से दिसम्बर हल्की सर्दी का मौसम रहता है।
मौसम विज्ञान ने कर्नाटक राज्य को तीन क्षेत्रों में बांटा है जो तटीय क्षेत्र, उत्तरी आंतरिक और दक्षिणी आंतरिक क्षेत्र के रूप में जाने जाते हैं। इनमें से तटीय क्षेत्र में सबसे अधिक वर्षा होती है, मौसम विज्ञान विभाग ने जिसका अनुमान लगभग 3,638.5 मि॰मी॰ प्रति वर्ष लगाया है। यह पूरे कर्नाटक राज्य के वार्षिक औसत 1,139 मि॰मी॰ से तीन गुने से भी अधिक है। शिमोगा जिले का अम्बा भारत का दूसरा सर्वाधिक औसत वर्षा वाला स्थान है। राज्य के रायचूर में अधिकतम तापमान 45.6° सेन्टीग्रेड तथा बीदर में न्यूनतम तापमान 2.8 °सेल्सियस रिकार्ड किया गया है। कर्नाटक राज्य का लगभग 20% भौगोलिक क्षेत्र वनों से घिरा है।
मौसम विज्ञान विभाग मौसम की जानकारी हिन्दी, अंग्रेजी के साथ साथ यहाँ की लोकल भाषा कन्नड़ में भी मौसम (ಹವಾಮಾನ) की बुलेटिन जारी करता है।
तमिलनाडु के मौसम की जानकारी
तमिलनाडु की राजधानी चेन्नई में मौसम विज्ञान विभाग का रीजनल सेन्टर बनाया गया है। जिसका हेड उप महानिदेशक स्तर का अधिकारी होता है।
भारत के दक्षिण-पूर्वी तट पर तमिलनाडु स्थित है इसके पश्चिम में पश्चिमी घाट और दक्षिण के पठार हैं उत्तर में पूर्वी घाट, पूर्व में बंगाल की खाड़ी से सटा पूर्वी तटीय सीमा और खाड़ी है। दक्षिण-पूर्व में मन्नार और पाक जलडमरूमध्य है। राज्य के दक्षिण में लक्षद्वीप सागर है। कावेरी नदी इस राज्य को दो भागों में विभाजित करती है।
तमिलनाडु का मौसम साल भर उष्णकटिबंधीय मौसम रहता है। यहाँ गर्मियों का मौसम मार्च, अप्रैल, और मई में तेज गर्मी का मौसम रहता है। इसे लोकल भाषा में अग्नि नक्षत्रम् या कथरी वेविल कहा जाता है। इसके बाद जून महीने में मानसून का मौसम शुरु हो जाता है। पूरे महीने छिटपुट बारिश होती रहती है और औसत तापमान 25 से 35 डिग्री सेल्सियस रहता है।
बरसात का मौसम सितम्बर तक रहता है। जबकि सर्दियों का मौसम दिसंबर से फ़रवरी के बीच रहता है। इस मौसम में औसत न्यूनतम तापमान 21 डिग्री सेल्सियस रहता है। सर्दियों का मौसम बहुत ज्यादा ठंडा नहीं होता है। तमिलनाडु के तट पर अक्टूबर और नवंबर महीने में सामान्य से ज़्यादा बारिश होती है। इस बारिश का कारण उत्तर-पूर्वी व्यापारिक हवाओं को माना जाता है। तमिलनाडु में पहाड़ी स्टेशनों पर गर्मियों में मौसम सुहावना होता है जबकि सर्दियों का मौसम कम ठंडा और हल्की फुल्की ठंडक होती है।
मौसम विज्ञान विभाग मौसम की जानकारी अंग्रेजी के साथ साथ लोकल भाषा तमिल में भी मौसम(வானிலை) की बुलेटिन जारी करता है।
केरल के मौसम की जानकारी
केरल भारत के दक्षिणी भाग में अंतिम राज्य है
यह राज्य भूमध्य रेखा से केवल 8 डिग्री की दूरी पर स्थित है। इसके कारण केरल का मौसम गर्म रहता है। केरल का मौसम को तीन भागों में बाँटा जा सकता है। जून से सितंबर तक का पश्चिमी वर्षा काल का मौसम। उसके बाद अक्टूबर – दिसम्बर का समय पूर्वी वर्षा काल का मौसम रहता है। फिर जनवरी – फरवरी में हल्की सर्दी होती है। इस मौसम में न्यूनतम तापमान 22 डिग्री सेल्सियस से नीचे नहीं जाता है। मार्च से मई तक भयंकर गर्मी पड़ती है। केरल के समुद्र तटीय क्षेत्र का तापमान कभी भी 17.5 डिग्री सेल्सियस से नीचे नहीं जाता है। गर्मी के मौसम में औसत तापमान 32 डिग्री सेल्सियस और 38 डिग्री सेल्सियस के बीच रहता है।
केरल के मौसम की विशेषता है कि ठंडी मन्द हवा और भारी वर्षा मौसम को सुहावना बना देती हैं। केरल की लोकल भाषा में मुख्य वर्षाकाल को इडवप्पाति कहते हैं दूसरे वर्षाकाल को तुलावर्षम अथवा उत्तरी-पश्चिमी मानसून कहा जाता है। प्रत्येक वर्ष में करीब 120 से 140 दिन वर्षा होती है। साल में औसत वर्षा 3017 मिलीमीटर मापी गयी है। यहाँ पर भारी वर्षा से बाढ़ आ जाती है और भारी जन-धन की हानि भी होती है।
मौसम विज्ञान विभाग लोकल भाषा मलयालम में मौसम (കാലാവസ്ഥ) के समाचार बुलेटिन और एडवाइजरी जारी करता है।
आन्ध्रप्रदेश के मौसम की जानकारी
दक्षिणी भारत में आन्ध्र प्रदेश 12°41′ तथा 22° N अक्षांश और 77° तथा 84°40` E देशांतर रेखाओं के बीच स्थित है। इसके उत्तर में तेलंगाना, छत्तीसगढ़ और उड़ीसा, पूर्व में बंगाल की खाड़ी, दक्षिण में तमिल नाडु और पश्चिम में कर्नाटक राज्य की सीमाएं हैं। यहां की फसल का 77% से ज़्यादा हिस्सा चावल होता है। इस राज्य में दो प्रमुख नदियां, गोदावरी और कृष्णा बहती हैं।
आंध्र प्रदेश घूमने का सबसे अच्छा समय सर्दियों का मौसम है, यानी नवंबर से फरवरी के बीच मौसम सुहाना और आरामदायक होता है इस मौसम में टेम्परेचर 16 से 25 डिग्री सेल्सियस के बीच रहता है गर्मियों के मौसम में तापमान 45 डिग्री सेल्सियस तक पहुँच जाता है। मानसून के मौसम में भारी वर्षा और उच्च आर्द्रता का अनुभव होता है।
गर्मी का मौसम (मार्च – मई): मार्च में आंध्र प्रदेश में गर्मी का मौसम शुरू होता है जो मई तक रहता है। पारा 28 से 45 डिग्री सेल्सियस के बीच रहता है। गर्मियों में मौसम काफी गर्म रहता है।
मानसून का मौसम (जून-सितंबर): जून महीने से मानसून का मौसम शुरू होता है जो तापमान में गिरावट के साथ गर्मी से राहत देता है। सितंबर तक मानसून का मौसम रहता है। इस मौसम में टेम्परेचर 25 से 32 डिग्री सेल्सियस के बीच रहता है। इस मौसम में दिन गर्म और उमस भरे रहते हैं लेकिन शाम होते ही मौसम सुहावना हो जाता है। राज्य में 900 मिमी और 1100 मिमी के बीच वर्षा होती है। तटीय क्षेत्रों में सबसे अधिक वर्षा होती है और इसलिए मौसम विज्ञान विभाग पर्यटकों को यहाँ जाने की सलाह देता है।
सर्दी का मौसम (अक्टूबर – फरवरी): अक्टूबर से फरवरी तक सर्दी का मौसम रहता है। इस मौसम में पारा 16 से 25 डिग्री सेल्सियस के बीच रहता है। और दिन सुहावने होते हैं।
मौसम विज्ञान विभाग लोकल भाषा तेलगु में मौसम (వాతావరణం) की बुलेटिन जारी करता है।
तेलंगाना के मौसम की जानकारी
2 जून सन् 2014 को तेलंगाना को आन्ध्र प्रदेश से अलग करके भारत गणराज्य का 29वाँ राज्य बना दिया गया। यह राज्य उत्तर में महाराष्ट्र के मराठवाड़ा से सीमा साझा करता है। इसके पूर्व और दक्षिण में आन्ध्र प्रदेश है और पश्चिमी सीमा कर्नाटक से मिलती है। इसकी राजधानी हैदराबाद में मौसम विज्ञान विभाग का रीजनल सेन्टर खोला गया है। यहाँ भी आन्ध्र प्रदेश की तरह मौसम विज्ञान विभाग लोकल भाषा तेलगु में मौसम (వాతావరణం) की बुलेटिन जारी करता है।
यहां का मौसम इस प्रकार रहता है:
गर्मी का मौसम (मई): इस मौसम में अधिकतम तापमान: 25 से 40 डिग्री से० के बीच रहता है।
सर्दी का मौसम (दिसंबर): इस मौसम में तापमान 13 – 28 डिग्री सेल्सियस रहता है। यहाँ पर सालाना औसत वर्षा 79 से.मी. रहती है। अधिकांश मौसम उष्णकटिबन्धीय नम एवं शुष्क रहता है।
राज्य की मिट्टी लाल बलुआ, साथ ही काली कॉटन मिट्टी होती है। राजधानी हैदराबाद छोटी पहाड़ियों के बीच बसा शहर है