हिमालय या पूर्वोत्तर राज्यों के मौसम की जानकारी

भारत के पूर्वोत्तर राज्यों में  अरुणाचल प्रदेश, असम, मणिपुर, मेघालय, मिज़ोरम, नागालैंड, सिक्किम, त्रिपुरा सहित आठ राज्य आते हैं। सिक्किम को छोड़कर बाकी सात राज्यों को सेवन सिस्टर स्टेट्स कहा जाता है। जबकि सिक्किम को इन सेवन सिस्टर स्टेट्स का भाई राज्य कहा जाता है।  पूर्वोत्तर भारत के कुछ राज्यों की सीमाऐं अन्तरराष्ट्रीय सीमाओं से मिलती हैं, जैसे – सिक्किम की सीमाएं नेपाल, चीन, और भूटान से मिलती हैं।  मेघालय और त्रिपुरा की सीमा बांग्लादेश से मिलती है जबकि  मिजोरम की सीमाएं बांग्लादेश एवं म्यानमार से मिलती हैं। तो वहीं पर  मणिपुर और नागालैण्ड की सीमा म्यानमार से मिलती है। अरूणाचल प्रदेश  की अंतर्राष्ट्रीय सीमा चीन से और  असम  की भूटान से मिलती है।

उत्तरपूर्वीय भारत का मौसम  मुख्यतः नम अर्ध-ऊष्णकटिबन्धीय है और गर्मी का मौसम  गर्म व उमस भरा होता है तथा अत्यधिक वर्षा होती है और हल्की ठण्ड पड़ती है। यहाँ पर कुछ वर्षा वन स्थित हैं। अरुणाचल प्रदेश और सिक्किम राज्यों की पर्वतीय जलवायु ठण्डी हिमाच्छादित सर्दियों के साथ मौसम  हलका गर्म रहता है।

इस क्षेत्र के राज्यों में भारी वन हैं और भरपूर मात्रा में वर्षा भी होती है। यहाँ सुंदर वन्य जीव अभयारण्यों, चाय-सम्पदा और ब्रह्मपुत्र जैसी शक्तिशाली नदियां हैं। यह क्षेत्र में एक सींग वाला गैंडा, हाथी और अन्य लुप्तप्राय वन्य जीवो के लिए सुरक्षित घर है।

परस्पर निर्भरता

यह क्षेत्र एक कॉम्पैक्ट भौगोलिक इकाई है जो पूर्वोत्तर राज्य 21 किलोमीटर चौड़े सिलीगुड़ी गलियारे,  जिसे चिकन नेक कहते हैं के माध्यम से भारत से जुड़ा है। असम के प्रवेश द्वार के माध्यम से सभी सात राज्य मुख्य भूमि से जुड़े हैं। त्रिपुरा, लगभग बांग्लादेश से घिरा हुआ है, और यह असम पर निर्भर रहता है। नागालैंड, मेघालय और अरुणाचल अपने आंतरिक संचार के लिए असम पर निर्भर रहते हैं। भारत की मुख्य जमीन से मणिपुर और मिजोरम का संपर्क असम की बराक घाटी के माध्यम से  होता है।

मैदानी इलाकों में बाढ़ नियंत्रण मिट्टी के कटाव को  रोकने और संरक्षण और पहाड़ियों में वनीकरण के लिए की भूमि आवश्यकता है। पहाड़ी राज्य  हिल में सीमित कृषि योग्य भूमि की वजह से खाद्यान्न के लिए मैदानों पर निर्भर रहते हैं।

 

असम के मौसम की जानकारी

मौसम विज्ञान विभाग का रीजनल सेन्टर गुवाहाटी में खोला गया है जो हिन्दी, अंग्रेजी के साथ साथ लोकल भाषा असमिया में मौसम( বতৰ) की न्यूज बुलेटिन जारी करता है।

असम उत्तरी अक्षांश 24 डिग्री से 28 डिग्री पर और पूर्वी देशांतर 90 डिग्री से 96 डिग्री के बीच में स्थित है। इसकी सीमाएं उत्तर में भूटान और अरुणाचल प्रदेश से, पूर्व में मणिपुर, नागालैंड और अरुणाचल प्रदेश से और दक्षिण में मेघालय, त्रिपुरा और मिज़ोरम के साथ मिलती हैं। यहाँ पर हरे-भरे लहरदार मैदान, उपजाऊ घाटियाँ और घने जंगल पाये जाते हैं।  यह विश्व भर में एक सींग वाले गेंडे के लिए प्रसिद्ध है।

पूर्वोत्तर क्षेत्र को पूर्वी हिमालय, पटकाई और ब्रह्मपुत्र तथा बराक घाटी के मैदानों में बाँटा गया है। पूर्वोत्तर भारत में मुख्य रूप से आर्द्र उपोष्णकटिबंधीय मौसम रहता है।  यहाँ हल्की गर्मी, आर्द्र ग्रीष्मकाल, भारी  मानसून का मौसम और हल्की सर्दियों का मौसम होता है।

यह पूरा भूभाग  ब्रह्मपुत्र-बराक नदी और उनकी सहायक नदियों से घिरा हुआ है।  यहाँ का दो-तिहाई क्षेत्र पहाड़ी है जिसमें घाटियाँ और मैदान हैं। यह क्षेत्र   समुद्र तल से लेकर MSL से 7,000 मीटर से अधिक ऊँचा है। इस क्षेत्र में भारी वर्षा होती है  जो औसतन लगभग 10,000 मिलीमीटर और उससे अधिक है।

 

अरुणाचल प्रदेश और सिक्किम के मौसम की जानकारी

इन राज्यों में ठंडी, बर्फीली सर्दियाँ और हल्की गर्मी वाला पर्वतीय मौसम रहता है।

कंचनजंगा, दुनिया की तीसरी सबसे ऊंची पर्वत चोटी, जिसकी ऊंचाई 8,586 मीटर है वह सिक्किम राज्य और पड़ोसी देश नेपाल के बीच ही स्थित है।

अरुणाचल प्रदेश के पहाड़ी इलाकों में, उत्तरी सीमा पर हिमालय पर्वतमाला में सर्दियों के दौरान भारी बर्फबारी होती है  और तापमान शून्य से नीचे चला जाता है।  2,000 मीटर (6,562 फीट) से अधिक ऊंचे क्षेत्रों में सर्दियों के दौरान बर्फबारी होती है।  यहाँ पर गर्मियों में भी मौसम ठंडा रहता है। सर्दियों के मौसम  में तापमान दिन के समय 15 °C  तक और रात में  शून्य से भी नीचे हो जाता है।  गर्मियों के मौसम में अधिकतम 25 °C  और औसत न्यूनतम 15 °C रहता है।

 

मेघालय, नागालैंड, मणिपुर और मिजोरम  के मौसम की जानकारी

इन राज्यों के पहाड़ी इलाकों में सर्दियों का मौसम अधिक  ठंडा हो जाता है जबकि गर्मी के मौसम में भी  ठंडी रहती हैं।

मणिपुर के मैदानी क्षेत्रों  में सर्दियों के मौसम  में न्यूनतम तापमान पहाड़ी क्षेत्रों की तुलना में  ज़्यादा ठंडा होता है क्योंकि यह चारों तरफ़ से पहाड़ियों से घिरा हुआ है। ऐसा इसलिए होता है कि सर्दी के मौसम में  रातों में तापमान के उलट जाता है। जब ठंडी हवा पहाड़ियों से नीचे घाटियों में उतरती है और इसकी भौगोलिक स्थिति जो गर्म तापमान और आर्द्रता लाने वाली हवाओं को मणिपुर के मैदान में आने से रोकती है। जैसे इंफाल में, सर्दियों में दिन का तापमान 21 °C  के आसपास रहता है, लेकिन रात का तापमान 3 °C तक गिर जाता है।

वर्षा

पूर्वोत्तर भारत के किसी भी भाग में वर्ष में 1,000 मिमी से कम वर्षा नहीं होती है। ब्रह्मपुत्र घाटी के क्षेत्रों में एक साल में 2,000 मिमी से ज्यादा वर्षा होती है। और  पहाड़ी क्षेत्रों में 2,000 से 3,000 मिमी वर्षा होती है।  इस क्षेत्र में वार्षिक वर्षा का 90% लाने के लिए जिम्मेदार दक्षिण-पश्चिम मानसून है। अप्रैल से अक्टूबर के अंत तक पूर्वोत्तर भारत में अधिकतर वर्षा होती है।  जून और जुलाई महीने में  सबसे अधिक बारिश होती है।  मिजोरम के पहाड़ी भागों में, बंगाल की खाड़ी के करीब होने के कारण यहाँ मानसून जल्दी आता है इसलिए यहाँ जून का महीना सबसे अधिक बारिश वाला मौसम होता है।